Ram Mandir: राम मंदिर में दिखेगी त्रेता युग की झलक, राम मंदिर भूतल 80% तैयार:162 खंभों पर उकेरी जा रही मूर्तियां

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।जानकारी के अनुसार राम मंदिर के भूतल का 80% काम पूरा हो गया है। इसमें 162 खंभे बनाए गए हैं। इन खंभों में 4 हज़ार 500 से ज्यादा मूर्तियां उकेरी जा रही हैं।

Ram Mandir: राम मंदिर में दिखेगी त्रेता युग की झलक, राम मंदिर भूतल 80% तैयार:162 खंभों पर उकेरी जा रही मूर्तियां

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।जानकारी के अनुसार राम मंदिर के भूतल का 80% काम पूरा हो गया है। इसमें 162 खंभे बनाए गए हैं। इन खंभों में 4 हज़ार 500 से ज्यादा मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। इनमें त्रेता युग की झलक दिखाई देगी। इसके लिए केरल-राजस्थान से 40 कारीगर बुलाए गए हैं।       कारीगरों का कहना है कि वो हर मूर्ति के सहारे एक खास मैसेज देंगे।

मूर्ति बनाने में करीब 200 दिन लगते हैं
वहीं इस पर जानकारी देते हुए आर्किटेक्ट इंजीनियर का कहना है कि हर खंभे को 3 पार्ट में बांटा गया है। हर एक पिलर में 20 से 24 मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। ऊपरी हिस्से में 8 से 12 मूर्तियां बनाई जा रही हैं। बीच के हिस्से में 4 से 8 मूर्ति और नीचे के हिस्से में 4 से 6 मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। एक कारीगर को एक पिलर पर मूर्ति बनाने में करीब 200 दिन लगते हैं।

देवी-देवताओं की मूर्तियां उकेरी जा रही
हर खंभे के ऊपरी हिस्से में कुछ नृत्यांगनाओं की मूर्तियां बनाई जा रही हैं। बीच में भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों की मूर्तियां उकेरी जाएंगीं। नीचे के हिस्से में हनुमान के विभिन्न रूपों को दर्शाया जाएगा। इसके साथ ही त्रेता युग के रामायण से जुड़े अंगद, सुग्रीव, जामवंत, निषाद राज समेत अनेक मूर्तियों को खंभों पर उकेरा जा रहा है। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी उकेरा जा रहा है।

कारीगरों की संख्या बढ़ाई जा रही
वहीं साथ ही जानकारी यर भी है कि निर्माण कार्य में और तेजी लाने के लिए कारीगरों की संख्या 40 से 150 करने की तैयारी की गई है। आर्किटेक्ट इंजीनियर ने बताया, "खंभों पर 40 कारीगर दिन-रात मूर्तियां बना रहे हैं। कारीगरों की संख्या 150 के पार करने की तैयारी है ताकि मकर संक्रांति 2024 से पहले इसका कार्य पूरा किया जा सके।

मंदिर में सफेद मार्बल
ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार राम मंदिर के भूतल में फ्लोरिंग का काम अगस्त से शुरू हो जाएगा। गर्भगृह मंदिर में सफेद मार्बल का इस्तेमाल होगा। फर्श पर कालीन जैसी डिजाइन बनाई जाएगी। मंदिर के फर्श पर मकराना के मार्बल लगेंगे।

परिक्रमा पथ को बनाया 
मंदिर में कोली मंडप, गूढ़ मंडप, नृत्य मंडप, रंग मंडप, कीर्तन मंडप और गर्भगृह की परिक्रमा पथ को बनाया गया है। अष्ट कोणीय बने गर्भगृह में रामलला विराजमान होंगे। यहां आने वाले श्रद्धालु 30 फीट की दूरी से रामलला के दर्शन प्राप्त करेंगे।

लाइटें मंदिर को बनाएंगी भव्य 
साथ ही जानकारी मिली है कि राम मंदिर को भव्यता देने के लिए लाइटिंग भी होगी। मंदिर में लगने वाली लाइट और साउंड सिस्टम को इको फ्रेंडली किया जा रहा है। मंदिर में लगी मूर्तियों को भव्यता देने के लिए सभी खंभों में 4 तरह की लाइट लगाई जाएंगी, जो कि पत्थरों के बीच होगी। जो बाहर नहीं दिखाई देंगी। इसी तरह साउंड सिस्टम भी पत्थरों के बीच में होगा। लाइटों के ज़रिए मन्दिर को और भव्यता मिलेगी।