(INDIA-US Relations)भारत-अमेरिका संबंध: 2023 में द्विपक्षीय संबंध
भारत और अमेरिका ने एक-दूसरे के साथ अभिव्यक्ति और मानवाधिकार के मामलों में संवाद को मजबूत किया है। इन संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और आपसी निर्धारित मानदंडों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
सदियों से भारत और अमेरिका के बीच संबंधों का इतिहास गहराता चला आ रहा है। यह संबंध न केवल राजनीतिक मानदंडों पर आधारित है, बल्कि उभरते व्यापार, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कारण भी मजबूत हो रहा है। भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंध 2023 में नई ऊचाइयों को छूने के लिए तैयार हैं।
तरलता और सहयोग के ज़रिए से भारत और अमेरिका ने एक-दूसरे के साथ अभिव्यक्ति और मानवाधिकार के मामलों में संवाद को मजबूत किया है। इन संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और आपसी निर्धारित मानदंडों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
आर्थिक संबंधों में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और निवेश के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हुई है। दोनों देशों के व्यापारिक समूहों और उद्योगपतियों के बीच हस्तांतरण, वित्तीय संबंध और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, नई रोजगार सृजन की संभावनाएं उत्पन्न हो रही हैं और विकास के लिए नई द्वार खुल रहे हैं।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष क्षेत्र में भी भारत और अमेरिका के बीच गहरा सहयोग हो रहा है। दोनों देशों के वैज्ञानिकों के बीच विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में ज्ञान और विचारों का आपसी आदान-प्रदान हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप, उच्चतम स्तर के तकनीकी सहयोग, नवीनतम अविष्कार और वैज्ञानिक अध्ययनों में उभरती संभावनाएं हो रही हैं।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से भी भारत और अमेरिका के बीच एक गहरा संबंध है। दोनों देशों का साहित्य, कला, संगीत, फिल्म और वाणिज्यिक विपणन क्षेत्रों में विनिमय हो रहा है। भारतीय संस्कृति और अमेरिकी संस्कृति के बीच ज्ञान और सौंदर्य का मेल हो रहा है।
इस संबंध में और आगे बढ़ने के लिए, भारत और अमेरिका ने 2023 के लिए एक विस्तृत सहयोग और आपसी समझ का आयोजन किया है। दोनों देशों के नेताओं द्वारा यह घोषणा की गई है कि इस संबंध को और मजबूती देने के लिए नई योजनाएं और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जाएगा।
साथ ही, अमेरिकी और भारतीय नागरिकों के बीच व्यक्तिगत संपर्क को बढ़ाने के लिए वीजा नियमों में सुधार किए जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, नई यात्रा और व्यापार की संभावनायों को बढ़ने में सहयोग मिलेगा।
दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों के परिणामस्वरूप साल 2022-23 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा है। भारत और अमेरिका(India and America) के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2022-23 में 7.65% बढ़कर 128.55 अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि साल 2021-22 में यह 119.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
साल 2022-23 में अमेरिका के साथ निर्यात 2.81% बढ़कर 78.31 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है, जबकि वर्ष 2021-22 में यह 76.18 बिलियन अमेरिकी डॉलर था और आयात लगभग 16% बढ़कर 50.24 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
संयुक्त राष्ट्र, G-20, दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान), क्षेत्रीय फोरम, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन सहित बहुपक्षीय संगठनों में भारत एवं संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों देश मज़बूत सहयोगी हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने वर्ष 2021 में दो साल के कार्यकाल के लिये भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल करने का स्वागत किया। इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार का समर्थन किया जिसमें भारत एक स्थायी सदस्य के रूप में शामिल है।
संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत ने एक मुक्त और स्वतंत्र भारत-प्रशांत सहयोग को बढ़ावा देने एवं क्षेत्र को उचित लाभ प्रदान करने के लिये ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ क्वाड समूह का गठन किया है।
भारत, समृद्धि के लिये हिंद-प्रशांत आर्थिक ढाँचा (Indo-Pacific Economic Framework for Prosperity- IPEF) पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ साझेदारी करने वाले 12 देशों में से एक है।
भारत इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) का सदस्य है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका एक संवाद भागीदार है।
संयुक्त राज्य अमेरिका वर्ष 2021 में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल हो गया, जिसका मुख्यालय भारत में है और यह वर्ष 2022 में यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) भी शामिल हुआ।